नमस्कार दोस्तों,
मेरा यह ब्लॉग बैंकिंग जगत की मूलभूत जानकारी लोगो को समझने ने के लिय मैंने शुरू किया ।अब तक इस ब्लॉग में आपने बैंकिंग जगत के अनेक विषयों पर जानकारी पढ़ी है,आज के इस ब्लॉग में हम सिबिल स्कोर के बारे में अधिक जानकारी लेंगे। सिबिल स्कोर का उपयोग बैंकिंग जगत में बैंक से लोन लेने के लिए ग्राहकों को महत्वपूर्ण होता हैं। सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) के अनुसार ही कोई भी बैंक यह तय करता है की किसी ग्राहक लोन देना हैं या नहीं। तो आज हम विस्तार से सिबिल स्कोर (Cibil score)के बारे में जानकारी लेंगे।
१.सिबिल (CIBIL) क्या हैं?
सिबिल (CIBIL) का फूल फॉर्म हैं Credit Information Bureau (India) Limited. सिबिल की स्थापना ऑगस्ट 2000. में हुई थी। और यह भारत की पहली क्रेडिट जानकारी रखनी वाली कंपनी हैं ,जो व्यक्तिगत और व्यवसायिक कंपनियों की क्रेडिट जानकारी का इतिहास रखती हैं। इसमें अगर कोई कर्ज या क्रेडिट कार्ड लेता है तो यह जानकारी हमें सिबिल (CIBIL SCORE) में मील जाती हैं। सिबिल(CIBIL) ने लगभग 60 करोड़ व्यक्तिगत लोगों की क्रेडिट जानकारी डिजिटल रूप सुरक्षित रखी है, और व्यवसायिक कंपनियों की लगभग 3.2 करोड़ क्रेडिट जानकारी भी सिबिल के पास सुरक्षित हैं।
2. सिबिल स्कोर(CIBIL SCORE)क्या हैं ?
सिबिल स्कोर(CIBIL SCORE) तीन अंकों का नंबर होता हैं जिसमें 300 से 900 तक का स्कोर होता हैं। इस स्कोर में कर्जदार की लेनदेन नकी पूरी जानकारी दी जाती हैं। उदाहरण से समझेंगे अगर किसी व्यक्ति ने 2018 मैं रुपए 500000/ का कर्ज लिया हो और उसने आजतक जितने भी किश्त बैंक को अदा किया है या फिर कोई किश्त थकीत हो तो इसकी जानकारी हमें सिबिल में पता चलती हैं। अगर कोई कर्जदार अपनी किश्त समय से ना चुकता हो तो भी इसमें हमें जानकारी मिलती हैं।
2. सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) कैसेपढ़ते हैं?
सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) तीन अंकों वाला होता हैं जिसमें 300 से 900 तक का स्कोर दिया जाता हैं। 300 या उससे कम स्कोर काफी ख़राब माना जाता हैं, और 700 से अधिक का स्कोर काफी अच्छा माना जाता हैं। लेकिन काफी लोगों को यह स्कोर कैसे तय किया जाता हैं इसकी जानकारी नहीं होती और इस स्कोर को कैसे पढ़े यह भी बहुत कम लोगों को पता होता हैं।
ऊपर दिए गए इमेज से हम यह विस्तृत रूप से देखेंगे। अगर हम बाय से देखेंगे तो हमे नज़र आ रहा हैं की 55 और उसके ठीक नीचे दिख रहा हैं 02/20 इसका अर्थ है यह हुआ को कर्जदार व्यक्ति ने अपनी किश्त फ़रवरी 2020 महीने तक 55 से नहीं चुकाई हैं। इसके दाए और अगर हम देखेंगे तो 000 और 05/2019 दिख रहा हैं, इसका अर्थ यह है की मई महीने तक किश्त किसी भी प्रकार से थकित नहीं है। इसी प्रकार से हमारा क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है अगर हम नियमित रूप से कर्ज़ की किश्त समय पर चुकाते हैं।
3. सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) कहां से प्राप्त करें?
आज कल हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन हैं इसलिए अब हम सिबिल स्कोर ऑनलाइन मुफ्त में प्राप्त कर सकते अगर आप गूगल करेंगे तो आपको कई वेबसाईट की जानकारी मिल जाएगी । सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) चेक करने के लिए हमें आधार कार्ड,PAN कार्ड , मोबाईल नंबर आदि चीज़ो की जरूरत होती हैं।
बैंकिंग जगत की रोचक जानकारी के लिए हमसे बने रहिए, और हमारे ब्लॉग बैंकिंग और फाइनेस से जुड़े रहिए।
धन्यवाद।
मेरा यह ब्लॉग बैंकिंग जगत की मूलभूत जानकारी लोगो को समझने ने के लिय मैंने शुरू किया ।अब तक इस ब्लॉग में आपने बैंकिंग जगत के अनेक विषयों पर जानकारी पढ़ी है,आज के इस ब्लॉग में हम सिबिल स्कोर के बारे में अधिक जानकारी लेंगे। सिबिल स्कोर का उपयोग बैंकिंग जगत में बैंक से लोन लेने के लिए ग्राहकों को महत्वपूर्ण होता हैं। सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) के अनुसार ही कोई भी बैंक यह तय करता है की किसी ग्राहक लोन देना हैं या नहीं। तो आज हम विस्तार से सिबिल स्कोर (Cibil score)के बारे में जानकारी लेंगे।
१.सिबिल (CIBIL) क्या हैं?
सिबिल (CIBIL) का फूल फॉर्म हैं Credit Information Bureau (India) Limited. सिबिल की स्थापना ऑगस्ट 2000. में हुई थी। और यह भारत की पहली क्रेडिट जानकारी रखनी वाली कंपनी हैं ,जो व्यक्तिगत और व्यवसायिक कंपनियों की क्रेडिट जानकारी का इतिहास रखती हैं। इसमें अगर कोई कर्ज या क्रेडिट कार्ड लेता है तो यह जानकारी हमें सिबिल (CIBIL SCORE) में मील जाती हैं। सिबिल(CIBIL) ने लगभग 60 करोड़ व्यक्तिगत लोगों की क्रेडिट जानकारी डिजिटल रूप सुरक्षित रखी है, और व्यवसायिक कंपनियों की लगभग 3.2 करोड़ क्रेडिट जानकारी भी सिबिल के पास सुरक्षित हैं।
2. सिबिल स्कोर(CIBIL SCORE)क्या हैं ?
सिबिल स्कोर(CIBIL SCORE) तीन अंकों का नंबर होता हैं जिसमें 300 से 900 तक का स्कोर होता हैं। इस स्कोर में कर्जदार की लेनदेन नकी पूरी जानकारी दी जाती हैं। उदाहरण से समझेंगे अगर किसी व्यक्ति ने 2018 मैं रुपए 500000/ का कर्ज लिया हो और उसने आजतक जितने भी किश्त बैंक को अदा किया है या फिर कोई किश्त थकीत हो तो इसकी जानकारी हमें सिबिल में पता चलती हैं। अगर कोई कर्जदार अपनी किश्त समय से ना चुकता हो तो भी इसमें हमें जानकारी मिलती हैं।
2. सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) कैसेपढ़ते हैं?
सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) तीन अंकों वाला होता हैं जिसमें 300 से 900 तक का स्कोर दिया जाता हैं। 300 या उससे कम स्कोर काफी ख़राब माना जाता हैं, और 700 से अधिक का स्कोर काफी अच्छा माना जाता हैं। लेकिन काफी लोगों को यह स्कोर कैसे तय किया जाता हैं इसकी जानकारी नहीं होती और इस स्कोर को कैसे पढ़े यह भी बहुत कम लोगों को पता होता हैं।
ऊपर दिए गए इमेज से हम यह विस्तृत रूप से देखेंगे। अगर हम बाय से देखेंगे तो हमे नज़र आ रहा हैं की 55 और उसके ठीक नीचे दिख रहा हैं 02/20 इसका अर्थ है यह हुआ को कर्जदार व्यक्ति ने अपनी किश्त फ़रवरी 2020 महीने तक 55 से नहीं चुकाई हैं। इसके दाए और अगर हम देखेंगे तो 000 और 05/2019 दिख रहा हैं, इसका अर्थ यह है की मई महीने तक किश्त किसी भी प्रकार से थकित नहीं है। इसी प्रकार से हमारा क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है अगर हम नियमित रूप से कर्ज़ की किश्त समय पर चुकाते हैं।
3. सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) कहां से प्राप्त करें?
आज कल हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन हैं इसलिए अब हम सिबिल स्कोर ऑनलाइन मुफ्त में प्राप्त कर सकते अगर आप गूगल करेंगे तो आपको कई वेबसाईट की जानकारी मिल जाएगी । सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) चेक करने के लिए हमें आधार कार्ड,PAN कार्ड , मोबाईल नंबर आदि चीज़ो की जरूरत होती हैं।
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