05 January 2020

एनईएफटी (NEFT) आरटीजीएस (RTGS) और आईएमपीएस(IMPS) में क्या फर्क है?

बैंकिंग जगत में पिछले 15 सालों से काफी बदलाव आए हैं।एक जमाने में हमारे देश में लोग बैंक में जाने से भी डरते थे। लेकिन इंटरनेट क्रांति ने बैंकिंग क्षेत्र को पूरी तरह से बदल दिया, इंटरनेट के आने से पहले बैंक का कामकाज लेजर बुक पर चलता था,सब हिसाब किताब हातो से होते थे। 15 साल पहले हम शायद ही कभी यह सोचते की मुंबई में अपने घर बैठा आदमी अपने घर से कोलकाता के अपने दोस्त या रिश्तेदारों को पैसे भेज रहा हैं वह भी दोनों के भी बैंक अलग,अलग हो। लेकिन अब यह संभव हो चुका इंटरनेट की सुविधा के वजह से हम एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। यह लेन- देन किस तरह होता हैं इसकी जानकारी हम इस आर्टिकल में विस्तार से  लेंगे।
1.NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) क्या हैं?
  किसी भी बैंक से दूसरे बैंक में पैसे अगर हमें भेजना है तो हम नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT)द्वारा भेज  सकत है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक प्रकिया है 2005 से इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट & रीसर्च इन बैंकिंग द्वारा स्थापित और नियंत्रित की जाती हैं। NEFT से राशी भेजने के लिए किसी भी प्रकार की न्यूनतम या अधिकतम राशि की सीमा तय नहीं है। यह राशी आरबीआई द्वारा भेजने वाले बैंक से लेकर उस बैंक को भेजी जाती हैं जिसे ग्राहकों ने अपने बैंक को कहां हो। NEFT द्वारा रकम भेजने के लिए पहले बैंक आपसे कुछ शुल्क जरूर वसूल करता था लेकिन अब आरबीआई के 11 जून 2019 के निर्णय अनुसार 01/07/2019 से बैंक NEFT के माध्यम से राशी भेजने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क हीनहीं लेगा।
  2.RTGS रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट क्या हैं?
  यह एक बैंक खाते से अपने पैसे दूसरे बैंक खाते में भेजने की बैंकिंग प्रणाली हैं, जो सीधे एक ग्राहक के खाते से दूसरे ग्राहक के  खाते में रकम हस्तांतरण कर सकता है। लेकिन इसमें एक शर्त यह की जो राशी हम हस्तांतरण (ट्रांसफर) करना चाहते हैं वह राशी  200000/ से ज्यादा होनी चाहिए।
दो लाख से कम राशी हम आरटीजीएस द्वारा हस्तांतरण नही कर सकते। आरटीजीएस द्वारा ग्राहकों अब किसी भी प्रकार का शुल्क इस सेवा के लिए बैंक को नहीं देना हैं,01/07/2019 से यह सेवा भी आरबीआई ने निशुल्क कर दी है।
3.IMPS (IMMEDIATE PAYMENT SERVICE) क्या हैं?

आईएमपीएस की शुरुआत 22/11/2010 को हुई थी। यह बैंकिंग प्रणाली  नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा चलाई जाती हैं।इस प्रणाली से हम नेफ्ट और आरटीजीएस से भी जल्द अपने खाते की राशी दूसरे बैंक खाते में हस्तांतर कर सकत हैं। इसके के लिए  जिसे हम पैसे भेजना चाहते हैं उसका बैंक खाता और आईएफएससी(IFSC) कोड जरूरी होता,इस प्रणाली से हम अपने बैंक से दूसरे बैंक को केवल 10 सेकंड के अंदर भी राशी पहुंचा सकते हैं। आज नेफ्ट और आरटीजीएस से भी जल्द पैसे अगर हमें भेजने हो तो हम IMPS का ही इसतेमाल करते हैं और यह प्रणाली काफी आसान भी हैं।
बैंकिंग के इस तरह  के कई रोचक जानकारी के लिए हमसे बने रहिए।







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